Recent Posts

Statue of Unity कि 8 अद्भुत बाते जाे कि बहुत कम लाेग जानते हैं।

Statue of Unity कि 8 अद्भुत बाते जाे कि बहुत कम  लाेग जानते हैं।


1.मू्र्ति की उँचाई 182 मीटर ही क्याें है।



   वैसे ताे 182 मीटर कि उँचाई इस मू्र्ति कि सबसे बड़ी खासियत है। लेकिन सवाल ये उठता हैं,कि इस मू्र्ति कि उँचाई 182 मीटर ही क्याें है। इसकी वजह ये हैं कि गुजरात विधान सभा में कुल 182 सीटे हैं। इसी वजह से stachu of unity की उँचाई 182 मीटर रखी गई हैं।

2.पहले मू्र्ति का चेहरा बुद्ध जैसा बना दिया था।



   इस मू्र्ति काे बनाने का काम चीन कि कासटींग कम्पनी कर रही थी। ऐसे में उन्हाेंने बल्लभ भाई पटेल
का चेहरा बुद्ध जैसा बना दिया था। उसके बाद दुबारा नये सिरे से काम कराया गया था। तब जाकर मू्र्ति का चेहरा जाकर बना।

3.मू्र्ति का चेहरा 30 फिट, हाथ 70 आैर पैर 85


  मू्र्ति कि भव्यता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता हैं। कि इसका चेहरा 30 फीट, हाथ 70 फीट आैर पैर 85 फीट लंबाई का हैं। ऐसे में ये 182 मीटर
मू्र्ति 7 किलाेमीटर कि दूरी से ही दिखाई देती हैं।

4.इस मू्र्ति जैसी हूबहू एक आैर मू्र्ति भी हैं।


    इस मू्र्ति काे बनाने वाले मू्र्तिकार राम विश्वतार
का कहना हैं। कि इस मू्र्ति कि हूबहू छाेटी मू्र्ति उन्हाेंने पहले ही बना रखी हैं। जाे कि ये मू्र्ति अहमदाबाद के ऐयर पाॅर्ट पर लगी हैं। उन्हाेंने सरकार काे मू्र्ति सुझाई थी, जिसके बाद सरकार कि आैर से ऐसे ही मू्र्ति बनाने का काम मिला हैं।

5.कम समय में बनने वाली सबसे बड़ी मू्र्ति हैं।


   Stachu of unity निर्माण में 5 साल का समय लगा यानी 60 महीने का समय लगा। इससे पहले दुनिया कि सबसे बड़ी मू्र्ति चीन में बुद्ध की मू्र्ति थी। जिसकाे बनाने में 60 साल लगे। ऐसे में stachu of unity सबसे कम समय में बनने वाली दुनिया की सबसे बड़ी मू्र्ति है।


6.भूकंप आैर तूफान भी इस मू्र्ति का कुछ भी नहीं बिगाड़ सकती हैं।



    इस मू्र्ति काे भूकंप राेधी तकनीक से बनाई गई हैं। इस मू्र्ति काे एेसे design किया गया हैं। कि 6.5 तीव्रता का भूकंप आैर 220 मीटर प्रति घंटे की रफतार भी इस मू्र्ति का कुछ भी नहीं बिगाड़ सकती हैं।


7.मू्र्ति में हजाराें साल तक जंक नहीं लगेगा ।


     मू्र्ति काे बनाने वाले राम विश्वतार का कहना हैं। कि इस मू्र्ति काे सिंधू घाटी सभ्यता की समकालीन कला से बनाया गया हैं। इसे बनाने में 85% ताँबा समेत 4 धातुआें के मिसरण का इस्तेमाल हुआ हैं। जिससे इस मू्र्ति में हजाराें वर्ष तक जंक नहीं लगेगा।


8.बल्लभ भाई पटेल की ही मू्र्ति क्याें बनाई गई ।


     वैसे ताे भारत में महापुरूषो कि कमी नहीं हैं। जिसमें अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले महात्मा गाँधी से लेकर आजादी का नारा देने वाले सुभाष चंद्र बाेस शामिल हैं। वैसे में सवाल उठता हैं। कि बल्लभ भाई पटेल कि ही मू्र्ति क्याें बनाई गई । दरसल बात ये हैं। कि बल्लभ भाई पटेल ने आजादी के बाद बिखरी रियासताे काे एक किया था। प्रधानमंत्री माेदी बेहद प्रेरित रहे हैं। यही वजह है कि देश काे ऐकता के सूत्र में पिराने वाली मू्र्ति के लिए बल्लभ भाई पटेल कि मू्र्ति बनाई गई।


फिलाल ये थी। इस मू्र्ति कि 8 अद्भत बाते जो इस मू्र्ति काे खाँस बनाती हैं। अब से जब कभी भी मू्र्ति का जिक्र हाेगा । ताे उसकी जुबा पर इस मू्र्ति का नाम हाेगा। 182 मीटर मू्र्ति काे देखकर लगता हैं। कि मानाे लाेहपुरूष संदेश दे रहे हाे कि एकता में ही शक्ति हैं।


दाेस्ताे अगर ये पाेस्ट आपकाें अच्छा लगा हाेगा ताे इस पीेस्ट काे Social Media में शेयर करना न भूले। आैर अपने WhatsApp में भी शेयर कीजिए दिससे की एेसी जानकारी आपके Friend के पास भी पहुँचे। 
    

Post a Comment

0 Comments